सियासत का रंग एक
तुम कर्जमाफी करो हम आरक्षण देंगे तुम रफेल चिल्लाओ हम बोफोर्स बताएंगे न देश की फिक्र तुम करो न हम देश को बढ़ाएंगे सत्ता तुम्हें भी चाहिए कुर्सी हम भी नहीं छोड़ेंगे वोट के लिए सब जायज है कभी हम तुम हो जाएंगे कभी तुम हम हो जाओगे
खोजता फिरता हूँ..ए यार अपने आपको, आप ही खोया हूँ आप ही मंजिल हूँ 'मैं'.....