भटकन .............

आज की इस भागम भाग भरी दुनिया में हम अपने अस्तित्व को बनाये रखने के लिए न जाने क्या क्या करते है हर दम हर पल हम अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ते रहते है और इसी आपाधापी में हमारा जीवन गुजर जाता है और हम कभी अपने आप को नहीं खोज पाते क्यों की हमे पुरे जीवन भर पता ही नहीं  चला की हमारे जीवन का लक्षय क्या है और हमारी मंजिल कहा है बस इसके लिए ही हम परेशां और दुखी है हमने  शांति के लिए हर संभव प्रयास किया हर जगह डुंडा पर वो कही नहीं मिली पता नहीं क्यों आज वो भटकन जीवन में जारी है दुनिया का हर इन्सान इस भटकन से परेशां है  और न जाने कब यह भटकन समाप्त होगी  .................................
भटकन

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