प्रेम का अहसास


प्रेम सम्वेदनाओ भावनाओ का संगम 
जिसमे सिर्फ मीठे अहसास 
प्रति क्षण अतर्मनमें  में उमड़ते है 
खट्टी मीठी यादो के साथ 
प्रेमी ही सारा जहाँ लगता ह
सारा ब्रम्हांड ऐसा प्रतीत होता है 
मनो प्रेमी में समां गया हो 
प्रेम या मुहब्बत में बस 
प्रेम होता वहा सब इच्छाए 
मह्त्वाकंछाये और सपनों 
में बस प्रेम वह प्रेमी ही रहता है 
प्रेम एक ऐसा अहसास है उजो 
आत्मा से आत्मा का मिलन 
करता है ऐसा लगता है 
मानो परमात्मा का सरोकार 
हो रहा हो क्यूकि धयान का 
धेय और  ज्ञान का गेय 
वंहा सिर्फ प्रेमी ही होता है 
ऐसा लगता है मेरा अस्तित्व 
उसमे ही स्म जाये और हम
सिर्फ एक एक और बस एक हो जाये !!!!!!

Comments

  1. "प्रेम एक ऐसा अहसास है उजो
    आत्मा से आत्मा का मिलन"
    सच्चे और बहुत अच्छे भाव - ब्लॉग भी मनमोहक लगा - बधाई तथा शुभकामनाएं

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