कोशिस करता हु की हमेशा अपने अपने आप से ही बाते करता रहू पर जब भावनाओ का आवेग बड जाता है, तो शब्दों के द्वारा उन्हें बताने का प्रयास करता हूँ ! में बास्तव में अपने आपको ही खोजने की कोसिस कर रहा हूँ !
"खोजता फिरता हु ये यार अपने आपको आप
आप ही खोया आप ही मंजिल हु में "
शुक्रिया।
ReplyDeleteइस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्लॉग जगत में स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
ReplyDelete" भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" की तरफ से आप को तथा आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामना. यहाँ भी आयें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो फालोवर अवश्य बने .साथ ही अपने सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ . हमारा पता है ... www.upkhabar.in
ReplyDelete