Posts

Showing posts from 2011

सुख दुख के खेल मे उल्झा जीवन

Image
                                          बहुत सुंदर गीत है ,और उसकी ही एक बहुत ही सुंदर पंक्ति है "सुख     आते है दुःख आते है हम सुख दुःख के झमेले में मस्त रहते है मदमस्त रहते है .....और सायद  यही दो लाइन   समझ आ जाये तो सारा  जीवन सुखमय हो जाये क्यों पूरी की पूरी दुनिया इसी  सुख दुःख की उधेड़बुन में लगी है किसी को भी समझ नहीं आता  की वो क्यों दोड़ रहा है उसे चाहिए क्या है ,और इस तरह निरुद्देश्य  दोड़ लगाने से उसे निराशा के आलावा कुछ मिलने वाला नहीं है...आज लगभग हर इन्सान उस सुख की  खोज  में दर बदर भटक रहा है जिसकी उपलब्धि  संसार में है ही नहीं वो जो सुख चाहता है वो तो उस निराकुल परमात्मा में है ..पर जब उसे यह पता चलता है की वह  सुख परमात्मा के पास है तो वह मंदिरों मस्जिदों और ग़ुरुद्वारो के चक्कर लगाने लग जाता ह...

विचारों का अंर्तद्वंद.........

Image
                                             जब कभी आखें बंद करके सोचता हूँ                तो सिर्फ अंधेरा दिखाई देता है             फिर अपने आप से बाते करने             लगता हूँ,अपने को समझाने की              फिर भी दिल बार बार अपने              आप से ना जाने कितने प्रश्न               करता है,और कभी भी कोई               उत्तर डूंड नहीं पाता हूँ मेरे       ...

मुम्बई.............बम और...........बेकसूर।।।।।।।।।।।

       मुम्बई   शहर के बारे में कहा जाता है की,यह एक ऐसा शहर है जहाँ कब किस्मत बदल जाये ।कब कोई करोड़पति बन जाये ओर कब रोड़पति पता ही नही चलता।        पर शायद अब यह उक्ति मुम्बई के लिए उचित नही बैठती क्योंकि अब इस के बारे कहा जाना चाहिए ,कि मुम्बई वह शहर जहाँ कब मौत कि बरसात हो जाये पता हि नही चलता ।कब पूरा का पूरा शहर काल के गाल में समा जाये कोई भरोसा नही।          खैर यह ज्यादा महत्वपूर्ण बात नहीं है ,ज्यादा जरूरी बात तो यह हैं कि अब पूरी जिंदगी मौत के डर के साथ जीना होगा ।पर सच बात तो यह कि मरने से ज्यादा खतरनाक मरने का डर होता है.......ओर हम कह सकते है कि मुम्बई में आज आदमी हर घड़ी मर रहा है.....उसके पास सांसे तो है पर सांसो का भरोसा नहीं है ।        यदि हम एक बात पर विचार करेकिमुम्बई में ही क्यों सबसे अधिक आतंकवादी हमले क्यों होते है तो हमें पता चलेगा कि......मुम्बई एक ऐसा शहर है जहाँ सारा हिन्दोस्तान   बसता है। और मुम्बई कि बरबादी से सारा भारत बर...

महावीर सर की विदाई पर समर्पित !!!!!!

 विचारो का कभी अंत नहीं होता भले ही लोग रहे या न रहे पर उनके विचार हमारे अवचेतन में हमेशा हिलोरे लेते रहते  है!और महावीर सर जैसे शिक्षक को तो कभी भी भुलाया नहीं जाता वो तो अपने विचारो के साथ हमेशा रहेंगे !महावीर सर हमेशा आप हमें याद  रहेंगे बस आप हम शिष्यों को भी याद  रहना ,आपके सम्मान में कुछ  पंक्तिया -                              "  हे अद्द्वितीय दिवाकर न होगा कभी अस्ताचल तेरा                                   तेरे चरणों में समर्पित है सम्पूर्ण जीवन मेरा "                               ...

युवा मन को गुदगुदाती" तनु वेड्स मनु"

Image
                                                        इस समय जहाँ क्रिकेट का खुमार लोगो के सिर चल कर बोल रहा है! ऐसे समय  में कोई भी निर्देशक  अपनी फिल्म रिलीज  करने से कतरा रहे है, इस कारन बहुत  दिनों से लोगो को एक बहुत अचिअची  फिल्म का इंतजार था! तो लगता है, आनंद  राय की  आर.माधवन और कंगना रानावत की फिल्म "तनु वेड्स मनु'' कुछ हद तक सफल भी होती नजर आ  रही है! फिल्म को युवाओ को ध्यान में रख कर बनाया गया है वेसे तो पूरी फिल्म कॉमिडी से भरपूर है पर साथ ही साथ h फिल्म थोडा बहुत इमोशनल भी करती है फिल्म में मनु  [आर.माधवन]दिल्ली के रहने वाले है और लन्दन में डॉक्टर  है! और तनु[कंगना रानावत ]एक छोटे शहर की लड़की है जहा मनु का किरदार अत्यंत सीधा  साधा है, वही तनु बहुत ह...
कोशिस करता हु की हमेशा अपने अपने आप से ही बाते करता रहू पर जब भावनाओ का आवेग बड जाता है, तो शब्दों के द्वारा उन्हें बताने का प्रयास करता हूँ ! में बास्तव में अपने आपको ही खोजने की  कोसिस कर रहा हूँ !                          "खोजता फिरता हु ये यार अपने आपको आप                             आप ही खोया आप ही मंजिल हु में " 

!!!!!!!!!!!!!!!!!!!जब सत्य की आंधी चलती है!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

                               कहते है सत्य परेशान हो सकता है पर पराजित नहीं यह बात मिस्त्र में हुए क्रन्तिकारी              आन्दोलन  से सही भी साबित  हो गई मिस्त्र की क्रांति ने दिख दिया की जब जनता बोलती है  या जनता  जब        जगती है तो दुनिया  का कितना भी शक्तिसाली साम्राज्य क्यों नहो या कितना ही बड़ा तानशाह क्यों  न हो सभी    की जड़े  हिल जाती है क्युकी सत्य की  एक आंधी असत्य के पहाड़  को दहा  देती है! जरूरत होती है तो बस जनता की एकजुटता की बाकि तो सब कार्य अपने आप ही  हो जाया करते है मिस्त्र के क्रन्तिकारी आन्दोलन ने दुनिया को दिखा दिया की कैसे अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष  किया जाये भले ही क्रांति के दोरान मिस्त्र को बहुत सी समस्यों का समना करना पड़ा हो उसके  कुछ लोगो  को अपने प्राणों की आहुति क्यों न देनी पड़ी हो  पर संघर्स के बाद जो सूर्य  उदित होता है तो ह...

प्रेम का अहसास

प्रेम सम्वेदनाओ भावनाओ का संगम  जिसमे सिर्फ मीठे अहसास  प्रति क्षण अतर्मनमें  में उमड़ते है  खट्टी मीठी यादो के साथ  प्रेमी ही सारा जहाँ लगता ह सारा ब्रम्हांड ऐसा प्रतीत होता है  मनो प्रेमी में समां गया हो  प्रेम या मुहब्बत में बस  प्रेम होता वहा सब इच्छाए  मह्त्वाकंछाये और सपनों  में बस प्रेम वह प्रेमी ही रहता है  प्रेम एक ऐसा अहसास है उजो  आत्मा से आत्मा का मिलन  करता है ऐसा लगता है  मानो परमात्मा का सरोकार  हो रहा हो क्यूकि धयान का  धेय और  ज्ञान का गेय  वंहा सिर्फ प्रेमी ही होता है  ऐसा लगता है मेरा अस्तित्व  उसमे ही स्म जाये और हम सिर्फ एक एक और बस एक हो जाये !!!!!!
Image
वो एहसास अपना सा जिसमे बस प्रेम है निर्भीक निस्वार्थ प्रेम संवेदनाये ,संचेतानाओ से भरा अद्भुत अनुपम प्रेम समर्पण से भरा हमारी खुशियों की दुआओं से भरा जिसमे वांछा कांक्षा कुछ भी नहीं बस है तो प्रेम प्रेम और प्रेम प्रेम की सीमा और सरहदों से पार वो अनुपम प्रेम मेरी ख़ुशी सफलता के लिए समर्पित वो प्रेम मात्र उस आँचल के अन्दर है जो हमेशा हर वक़्त हर क्षण हमारी खुसी के सपने संजोती है,प्रार्थनाये करती है येसे उस प्रेम का एहसास मात्र ... मात्र माँ के प्रेम मैं ही संभव है !!!!! अभिषेक जैन Posted by भटकन at 10:58 AM 0 comments