पूछता होगा वो "''''''''''

पूछता होगा वो क्या कसूर है मेरा
क्या मेरे जिस्म को काटकर  पेट भरता है तेरा
में भी तो वहि हूँ जो तू है
दुःख दर्द प्रेम  का अहसास
खुदा का अस्तित्व मुझमे भी कही है
सबकुछ तो वहि वहि  और वहि है 
फिर क्यों उसके नाम पर
सिर्फ  मैं  मैं और मैं  ही  
तेरी आन शान बलिदान
के लिए  ही होता हूँ  कुर्बान !!!!

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